एनएचआरसी, भारत द्वारा विश्वविद्यालय स्तर के छात्रों के लिए आयोजित दो सप्ताह की ऑनलाइन अल्पकालिक इंटर्नशिप का समापन
प्रेस विज्ञप्ति
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग
नई दिल्ली: 07 फरवरी, 2025
एनएचआरसी, भारत द्वारा विश्वविद्यालय स्तर के छात्रों के लिए आयोजित दो सप्ताह की ऑनलाइन अल्पकालिक इंटर्नशिप का समापन
देश के विभिन्न क्षेत्रों और दूरदराज के क्षेत्रों के विभिन्न विश्वविद्यालयों के 70 छात्रों ने इंटर्नशिप पूरी की
महासचिव श्री भरत लाल ने अपने समापन भाषण में छात्रों को समाज में सार्थक योगदान देने के लिए सहानुभूति और संवेदनशीलता के मूल मानवीय मूल्यों को आत्मसात करने के लिए प्रोत्साहित किया
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत द्वारा आयोजित दो सप्ताह का ऑनलाइन अल्पकालिक इंटर्नशिप कार्यक्रम आज संपन्न हुआ। इसका शुभारंभ 27 जनवरी, 2025 को देश के विभिन्न क्षेत्रों और दूरदराज के क्षेत्रों के विभिन्न विश्वविद्यालयों के 70 छात्रों की भागीदारी के साथ हुआ था।
एनएचआरसी, भारत के महासचिव श्री भरत लाल ने अपने समापन भाषण में छात्रों को उनकी इंटर्नशिप सफलतापूर्वक पूरी करने के लिए बधाई दी। उन्होंने प्रशिक्षुओं से आग्रह किया कि वे मानव अधिकारों के विभिन्न पहलुओं पर विभिन्न सत्रों में प्राप्त ज्ञान पर विचार करें और समाज में सार्थक योगदान देने के लिए इसे आगे बढ़ाएँ।
श्री लाल ने कहा कि देश ने बहुत संघर्ष करके स्वतंत्रता प्राप्त की है और प्रत्येक व्यक्ति को नागरिक और राजनीतिक अधिकार प्रदान करने वाला संविधान मिला है। हाल के वर्षों में सभी के सामाजिक-आर्थिक और सांस्कृतिक अधिकार और सम्मान सुनिश्चित करने के लिए ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। जीवन की गुणवत्ता, जीवन को आसान बनाने और सभी के गरिमामय जीवन हेतु व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। विचारधारा यह है कि कोई भी पीछे न छूटे। देश के युवाओं को बदलते समय के साथ तालमेल बिठाते हुए नए विचारों के साथ देश के सर्वांगीण विकास के लिए संवैधानिक प्रावधानों का सर्वोत्तम उपयोग करना चाहिए।
महासचिव ने छात्रों को सहानुभूति और संवेदनशीलता के मूल मानवीय मूल्यों को आत्मसात करने के लिए भी प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि एक बार किसी की मदद करने का अवसर खो जाने पर, वह अवसर हमेशा के लिए खो जाता है। इसलिए, यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो, जीवन जीने में आसानी हो, सभी बुनियादी सुविधाओं तक पहुँच हो, सुरक्षित सार्वजनिक स्थान और कार्यस्थल हों, सभी के लिए शिक्षा हो और कमजोर और हाशिए पर रहे लोगों सहित हर व्यक्ति के अधिकारों का संरक्षण हो।
एनएचआरसी, भारत के निदेशक लेफ्टिनेंट कर्नल वीरेंद्र सिंह ने इंटर्नशिप रिपोर्ट प्रस्तुत की। वरिष्ठ एनएचआरसी अधिकारियों, विशेषज्ञों और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों द्वारा मानव अधिकारों के विभिन्न पहलुओं पर सत्रों के अलावा, प्रशिक्षुओं को दिल्ली में तिहाड़ जेल और आशा किरण आश्रय गृह का वर्चुअल दौरा भी कराया गया। उन्हें विभिन्न सरकारी संस्थाओं के कामकाज, मानव अधिकारों के संरक्षणतंत्र, जमीनी हकीकत और समाज के कमजोर वर्गों के अधिकारों की रक्षा के लिए आवश्यक कदमों के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने पुस्तक समीक्षा, समूह शोध प्रजेंटेशन परियोजना और भाषण प्रतियोगिता के विजेताओं की भी घोषणा की।
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