एनएचआरसी, भारत संघ राज्य क्षेत्र जम्मू एवं कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में आतंकवादियों द्वारा निर्दोष नागरिकों की हत्या की निंदा करता है
वक्तव्य
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग
नई दिल्ली: 25 अप्रैल, 2025
एनएचआरसी, भारत संघ राज्य क्षेत्र जम्मू एवं कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में आतंकवादियों द्वारा निर्दोष नागरिकों की हत्या की निंदा करता है
आयोग ने कहा है कि आतंकवाद में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने और मानवता के खिलाफ इस खतरे के लिए उन्हें जवाबदेह ठहराने का समय आ गया है
यह अपेक्षा की जाती है कि राज्य जवाबदेही तय करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा; अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाएगा और पीड़ितों के परिवारों को हर संभव तरीके से सहायता प्रदान करेगा।
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत 22 अप्रैल, 2025 को संघ राज्य क्षेत्र जम्मू एवं कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में आतंकवादियों द्वारा लोगों की पहचान के आधार पर उनके धर्म जानकर 28 लोगों की निर्मम हत्या की खबर से अत्यंत व्यथित है।
आयोग घाटी में छुट्टियां मनाने आए निहत्थे और बेखबर निर्दोष नागरिकों पर किए गए कायरतापूर्ण हमले की निंदा करता है। यह घटना हर संवेदनशील और न्यायप्रिय व्यक्ति के अंतरात्मा को झकझोरने वाली है, क्योंकि यह निर्दोष पीड़ितों और उनके परिवारों के मानव अधिकारों का गंभीर उल्लंघन है।
विभिन्न मंचों पर बार-बार यह कहा गया है कि आतंकवाद विश्व में मानव अधिकारों के उल्लंघन के सबसे बड़े कारणों में से एक है। अब समय आ गया है कि आतंकवाद को बढ़ावा देने, सहायता करने, उसका समर्थन करने और उसे प्रोत्साहित करने वालों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाए और उन्हें इस खतरे के लिए जवाबदेह ठहराया जाए। अन्यथा, यह लोकतांत्रिक मूल्यों के संकुचन, भय और प्रतिशोध के माहौल, समुदायों के बीच सौहार्द्र के विघटन और जीवन, स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व एवं आजीविका जैसे विभिन्न मानव अधिकारों के गंभीर उल्लंघन का कारण बन सकता है।
यह अपेक्षा की जाती है कि राज्य जवाबदेही तय करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा; अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाएगा और पीड़ितों के परिवारों को हर संभव तरीके से सहायता प्रदान करेगा।
*****