एनएचआरसी द्वारा पंचकुइयां इलाके में एक अंध विद्यालय की जर्जर इमारत से छात्रों और शिक्षण कर्मचारियों के जीवन को खतरे में डालने पर दिल्ली के मुख्य सचिव को नोटिस जारी



नई दिल्ली, 3 जुलाई 2023

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, एनएचआरसी, भारत ने एक मीडिया रिपोर्ट पर स्वत: संज्ञान लिया है कि दृष्टिबाधित लोगों के लिए देश के सबसे पुराने स्कूलों में से एक के लगभग 35 छात्र एक जर्जर इमारत में अपनी जान जोखिम में डालकर पढ़ने के लिए मजबूर हैं, जहां वस्तुतः कोई अपेक्षित शैक्षणिक और आवासीय सुविधाएं नहीं हैं। दिल्ली के पंचकुइयां इलाके में एक गैर सरकारी संगठन द्वारा चलाया जा रहा यह गैर-मान्यता प्राप्त स्कूल कथित तौर पर 1939 में लाहौर में स्थापित किया गया था और 1947 में मध्य दिल्ली में अपने वर्तमान स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया था।

आयोग ने पाया है कि मीडिया रिपोर्ट की सामग्री, यदि सच है, तो यह दिव्यांग बच्चों और उनके शिक्षकों की सुरक्षा और मानव अधिकारों के उलंघन का गंभीर मुद्दा है। तदनुसार, आयोग ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर 4 सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट में मामले की वर्तमान स्थिति और छात्रों के लिए शिक्षा की निरंतरता बनाए रखने और उनकी सुरक्षा के लिए उठाए जा रहे या प्रस्तावित कदम भी अपेक्षित हैं।

26 जून, 2023 की मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, स्कूल में 35 बच्चों के अलावा 8 शिक्षण और 15 गैर-शिक्षण कर्मचारी हैं। स्कूल में ज्यादातर छात्र दिल्ली से बाहर के हैं। स्कूल प्रबंधन ने छात्रों के जीवन पर आने वाले खतरों को देखते हुए उन्हें अन्य अंध विद्यालयों में स्थानांतरित करने के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल और शिक्षा विभाग को भी लिखा है।