एनएचआरसी द्वारा राजस्थान के मुख्य सचिव, केंद्रीय सचिव, उच्च शिक्षा और राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के अध्यक्ष को कोटा में एनईईटी के लिए कोचिंग ले रहे तीन छात्रों द्वारा कथित आत्महत्या पर नोटिस जारी।



नई दिल्ली, 14 दिसंबर, 2022

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, एनएचआरसी, भारत ने एक मीडिया रिपोर्ट का स्वतः संज्ञान लिया है कि 11 दिसंबर, 2022 को राजस्थान के कोटा में एक कोचिंग सेंटर के तीन छात्रों ने आत्महत्या कर ली। कथित तौर पर, इस घटना ने शहर के निजी संस्थानों में कोचिंग ले रहे किशोरों द्वारा तकनीकी और चिकित्सा शिक्षा हेतु सीमित सीटों के कारण अनुभव किए जा रहे भारी दबाव को फिर से सुर्खियों में ला दिया है।

आयोग ने पाया है कि मीडिया रिपोर्ट की सामग्री, यदि सत्य है, तो मानव अधिकार उल्लं घन का गंभीर मुद्दा है। वर्षों से, कोटा राष्ट्रीय प्रवेश पात्रता परीक्षा (NEET) के उम्मीदवारों के लिए निजी कोचिंग सेंटरों का केंद्र बन गया है। वे काफी मोटी रकम वसूल रहे हैं। देश भर से छात्र सफलता की उम्मीद के साथ छात्रावासों/पेइंग गेस्ट हाउसों में रह रहे हैं। इससे वे काफी दबाव में हैं। निजी कोचिंग संस्थानों को विनियमित करने की आवश्यकता है।

आयोग महसूस करता है कि एक नियामक तंत्र तैयार करने की आवश्यकता है और चूंकि उच्च शिक्षा का विनियमन राज्य का विषय है, केंद्र सरकार के परामर्श से तंत्र विकसित करने की जिम्मेचदारी राज्य की है। तदनुसार, आयोग ने मुख्य सचिव, राजस्थान सरकार, सचिव, उच्च शिक्षा, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और अध्यक्ष, राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग को नोटिस जारी कर रिपोर्ट मांगी है।

राजस्थान के मुख्य सचिव से घटना की विस्तृत रिपोर्ट अपेक्षित है। इसमें छात्रों की बड़ी संख्या में रिपोर्ट की गई आत्महत्याओं के मद्देनजर निजी कोचिंग संस्थानों को नियंत्रित करने के लिए नियामक तंत्र के बारे में राज्य द्वारा उठाए गए या उठाए जाने वाले प्रस्तावित कदमों को भी शामिल किया जाना चाहिए। इसके अलावा, इसमें कोटा के विभिन्न निजी संस्थानों में कोचिंग प्राप्त करने वाले छात्रों की मनोवैज्ञानिक और व्यवहार संबंधी असामान्यताओं के मुद्दे को पर्याप्त रूप से संबोधित करने के लिए एक दीर्घकालिक योजना का सूत्रीकरण भी शामिल होना चाहिए, जिसमें माता-पिता सहित उन्हें पर्याप्त परामर्श प्रदान किया जा सके ताकि वे अकेलापन महसूस न करें या परिवार के सदस्यों और दोस्तों आदि की अपेक्षा के भारी दबाव में न आएं।

उच्च शिक्षा मंत्रालय के सचिव से तकनीकी शिक्षा के साथ-साथ चिकित्सा शिक्षा में सीटों की आनुपातिक वृद्धि की राष्ट्रीय कार्य योजना के निर्माण के बारे में सूचित करने और जेईई और एनईईटी की प्रतियोगी परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए निजी कोचिंग केंद्रों में प्रवेश पाने की दौड़ से छुटकारा पाने के लिए तंत्र विकसित करना अपेक्षित है ।

राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के अध्यक्ष से अपेक्षा की जाती है कि वे निजी संस्थानों में कोचिंग करते समय भारी मानसिक और मनोवैज्ञानिक दबाव के बिना एनईईटी में सफलता पाने के लिए कुछ प्रगतिशील और छात्र अनुकूल तंत्र शुरू करने के बारे में सूचित करें।

13 दिसंबर, 2022 को जारी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मृतक छात्रों में से दो बिहार के थे और तीसरा मध्य प्रदेश का था। तीनों छात्र नेशनल एलिजिबिलिटी एंड एंट्रेंस टेस्ट (NEET) - मेडिकल कॉलेजों की परीक्षा के लिए कोचिंग क्लास ले रहे थे।

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