एनएचआरसी ने तिहाड़ जेल में साथी कैदियों द्वारा एक कैदी के कथित यौन उत्पीड़न की घटना पर दिल्ली के मुख्य सचिव और जेल महानिदेशक को नोटिस जारी करते हुए अपनी टीम द्वारा घटनास्थल पर पूछताछ करने का निर्णय लिया
नई दिल्ली, 2 जनवरी, 2023
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, एनएचआरसी, भारत ने 30 दिसंबर, 2022 को मीडिया में आई उन खबरों का स्वत: संज्ञान लिया है, जिनमें कहा गया था कि दिल्ली की तिहाड़ जेल में साथी कैदियों द्वारा 22 वर्षीय कैदी का कथित रूप से यौन उत्पीड़न किया गया था। बताया जा रहा है कि कैदी का इलाज चल रहा है।
आयोग ने पाया है कि मीडिया रिपोर्टों की सामग्री, यदि सत्य है, तो यह पीड़ित कैदी के जीवन और सम्मान से संबंधित अधिकारों का उल्लंघन है। तदनुसार, इस मामले में घटनास्थल पर पूछताछ करने के लिए अपनी टीम भेजने का निर्णय लेने के अलावा, आयोग ने मुख्य सचिव, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, दिल्ली सरकार और जेल महानिदेशक, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, दिल्ली सरकार को नोटिस जारी कर 4 सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
रिपोर्ट में पीड़ित कैदी की वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति, दोषी अधिकारियों और आरोपी साथी कैदियों के खिलाफ की गई कार्रवाई के साथ-साथ भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदम और उठाए जाने वाले कदम अपेक्षित है।
आयोग ने यह भी पाया कि आयोग द्वारा जेल प्रशासन के कई पहलुओं में सुधार के लिए अतीत में कई दिशा-निर्देश, सलाह और सिफारिशें जारी की हैं लेकिन फिर भी ऐसा प्रतीत होता है कि तिहाड़ जेल में कैदियों के रहन-सहन की स्थिति में कोई प्रत्यक्ष परिवर्तन नहीं हुआ है, क्योंकि समय- समय पर उत्पीड़न, यातना और यौन शोषण सहित उनके मानवाधिकारों के उल्लंघन से संबंधित विभिन्न प्रकार की घटनाओं की सूचना और शिकायत की जा रही है। राज्य, जेलों में कैदियों का संरक्षक होने के नाते, उनकी सुरक्षा और संरक्षण के लिए जिम्मेदार है क्योंकि वे संविधान के तहत प्रत्याभूत गरिमा के अधिकार सहित मानवाधिकारों के भी हकदार हैं।