एनएचआरसी ने सुप्रीम कोर्ट के बाहर एक व्‍यक्ति के साथ आत्मदाह करने वाले कथित यौन उत्‍पीड़न की शिकार एक महिला की मौत तथा पुलिस की निष्‍ठुरता की शिकायत पर पुलिस महानिेदेशक, उत्‍तर प्रदेश और दिल्‍ली पुलिस आयुक्‍त को नोटिस जारी किया।



नई दिल्ली, 1 सितंबर, 2021

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, एनएचआरसी, भारत ने एक शिकायत का संज्ञान लिया है कि कथित यौन उत्पीड़न और पुलिस की निष्‍ठुरता की शिकार एक महिला ने 16 अगस्त, 2021 को नई दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के बाहर एक पुरुष के साथ स्‍वयं को आग लगा ली। इसके बाद आरएमएल अस्पताल में इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई।

आयोग ने उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक और दिल्ली के पुलिस आयुक्त को इस मामले में चार सप्ताह के भीतर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के साथ-साथ लोक सेवकों के खिलाफ शुरू की गई कार्रवाई हेतु नोटिस जारी किया है। पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश को भी पीड़ितों के परिवार के सदस्यों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।

नोटिस जारी करते हुए आयोग ने पाया कि यह कितना चौंकाने वाला है कि यौन उत्पीड़न की कथित पीड़िता सिस्टम द्वारा स्‍वयं को पीड़ित महसूस कर रही थी।

कथित तौर पर, स्‍वयं को जलाने से पहले, उन्होंने फेसबुक लाइव वीडियो रिकॉर्ड की, जिसमें महिला ने कहा कि उसने जून 2019 को उत्तर प्रदेश के एक सांसद के खिलाफ बलात्कार का केस दर्ज करवाया था, लेकिन दोषी पुलिस अधिकारी अपराधी का समर्थन कर रहे थे। कथित तौर पर, दोषी सांसद के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय पुलिस ने उसके खिलाफ झूठा मामला पंजीकृत कर दिया और उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया।

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