एनएचआरसी, भारत द्वारा राज्य मानव अधिकार आयोग, अरुणाचल प्रदेश के लिए मानव अधिकारों पर 03 दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन
प्रेस विज्ञप्ति
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग
नई दिल्ली: 18 नवंबर 2024
एनएचआरसी, भारत द्वारा राज्य मानव अधिकार आयोग, अरुणाचल प्रदेश के लिए मानव अधिकारों पर 03 दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए एनएचआरसी के महासचिव श्री भरतलाल ने कहा कि मानव अधिकार उल्लंघन के मुद्दों से निपटने में संवेदनशीलता, तत्परता एवं जवाबदेही महत्वपूर्ण है
एनएचआरसीऔर एसएचआरसी देश में मानव अधिकारों के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु एक संस्थागत ढांचे का हिस्सा है
एसएचआरसी, अरुणाचल प्रदेश के कार्यवाहक अध्यक्ष श्री बमांग टैगोने कहा कि यह कार्यक्रम राज्य मानव अधिकार आयोग की क्षमता निर्माण के लिए महत्वपूर्ण है
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत नई दिल्ली में राज्य मानव अधिकार आयोग, अरुणाचल प्रदेश के अधिकारियों के लिए मानव अधिकारों पर तीन दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। यह कार्यक्रम सभी के मानवाधिकारों के संरक्षण और संवर्धन के लिए राज्य मानवाधिकार आयोगों (एसएचआरसी) की क्षमता निर्माण में मदद करने के लिए आयोग की चल रही पहल का एक हिस्सा है। एनएचआरसी देश में मानव अधिकारों केसंरक्षण और संवर्धन के लिए एसएचआरसी और अन्य ऐसे निकायों के साथ मिलकर काम करता है।
अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में एनएचआरसी के महासचिव श्री भरतलाल ने इस बात पर ज़ोर दिया कि मानव अधिकार के मुद्दों और उल्लंघनों से निपटने के लिए संवेदनशीलता, तत्परता और जवाबदेही महत्वपूर्ण हैं एनएचआरसी और एसएचआरसी देश में मानव अधिकारों को बेहतर बनाने के लिए एक ढांचे का हिस्सा है। कार्यक्रम को संवादात्मक सत्र के रूप में आयोजित करने के लिये तैयार किया गया है।
श्रीलाल ने मानव अधिकार उल्लंघन के पीड़ितों को राहत प्रदान करने के लिए शिकायतों के सक्रिय एवं त्वरित निपटान की महत्त्व को रेखांकित किया। इससे लोगो में व्यवस्था के प्रति विश्वास जगाने में मदद मिलेगी। तीन दिवसीय कार्यक्रम अधिकारियों को यह समझने में सक्षम करेगा कि सिस्टम कैसे काम करता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि मानवाधिकार संरक्षण अधिनियम, 1993 के दायरे में एनएचआरसी की संरचित कार्यप्रणाली से परिचित होना एपीएसएचआरसी के अधिकारियों के लिए उपयोगी होगा।
इससे पहले, एपीएसएचआरसी के कार्यवाहक अध्यक्ष, श्री बामंग टैगो ने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए एनएचआरसी, भारत को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि एपीएसएचआरसी अपेक्षाकृत एक नया एसएचआरसी है, इसलिए, यह क्षमता निर्माण कार्यक्रम इसके अधिकारियों के लिए, विशेष रूप से एनएचआरसी के पिछले तीन दशकों के अनुभव से मामलों की हैंडलिंग, पंजीकरण तथा निपटान सीखने के मामले में महत्वपूर्ण है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रशिक्षण न केवल एक संगठन के रूप में एसएचआरसी को, बल्कि प्रत्येक प्रतिभागी को व्यक्तिगत रूप से देश में मानवीय मूल्यों और अधिकारों के बारे में उनकी समझ को सुदृढ़ करने में सहायक होगा।
03 दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत में एनएचआरसी के संयुक्त सचिव श्री देवेंद्र कुमार निम ने कहा कि यह कार्यक्रम अधिकारियों को लोगों के अधिकारों के संवर्धन एवं संरक्षण हेतु सक्षम बनाएगा। एनएचआरसी के कामकाज से उनका अनुभव जिसमें शिकायतों का पंजीकरण, प्रसंस्करण, पूछताछ/जांच, प्रशिक्षण, अनुसंधान, अंतर्राष्ट्रीय तंत्र, आउटरीच गतिविधियाँ, मीडिया और संचार, प्रकाशन आदि शामिल हैं, उन्हें अपने काम को अधिक कुशलता से पूरा करनेतथा प्रभावी ढंग से देश में मानव अधिकारों के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु एक साझा दृष्टिकोण का निर्माण करने में सहायक होगा।
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