एनएचआरसी, भारत द्वारा विश्वविद्यालय स्तर के छात्रों के लिए आयोजित दो सप्ताह की ऑनलाइन अल्पकालिक इंटर्नशिप का समापन
प्रेस विज्ञप्ति
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग
नई दिल्ली: 17 मार्च, 2025
एनएचआरसी, भारत द्वारा विश्वविद्यालय स्तर के छात्रों के लिए आयोजित दो सप्ताह की ऑनलाइन अल्पकालिक इंटर्नशिप का समापन
देश के विभिन्न क्षेत्रों और दूरदराज के क्षेत्रों के विभिन्न विश्वविद्यालयों के 67 छात्रों ने इंटर्नशिप पूरी की
एनएचआरसी, भारत के सदस्य, न्यायमूर्ति (डॉ) बिद्युत रंजन सारंगी ने अपने समापन भाषण में छात्रों को मानव अधिकार संरक्षक के रूप में कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत द्वारा आयोजित दो सप्ताह का ऑनलाइन अल्पकालिक इंटर्नशिप कार्यक्रम समाप्त हो गया है। यह कार्यक्रम3 मार्च, 2025 को शुरू हुआ था।देश के विभिन्न क्षेत्रों और दूरदराज के क्षेत्रों के विभिन्न विश्वविद्यालयों के 67 छात्रों ने इसे पूरा किया।
एनएचआरसी, भारत के सदस्य, न्यायमूर्ति (डॉ) बिद्युत रंजन सारंगी ने अपने समापन भाषण में कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्रों को बधाई दी। उन्होंने कार्यक्रम की कठिन चयन प्रक्रिया पर प्रकाश डाला, उन्होंने मानव अधिकारों के प्रति उत्सुक व्यक्तियों के चयन के लिए श्रमसाध्य प्रयास पर भी जोर दिया। कार्यक्रम छात्रों को मानव अधिकार संरक्षक के रूप में सीखने, बढ़ने और कार्य करने हेतु सक्षम बनाने के लिए एक आधारभूत पाठ्यक्रम के रूप में डिज़ाइन किया गया था। उन्होंने प्रशिक्षुओं की सीखने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की सराहना की, जो एक आजीवन चलने वाला ऐसा प्रयास है जोकभी समाप्त नहीं होता।
न्यायमूर्ति सारंगी ने मानव अधिकार संस्थाओं द्वारा मानव अधिकारों का संवर्धन एवं संरक्षण करने में विश्व स्तर पर निभाई जाने वाली महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया और प्रशिक्षुओं को मानवता की सेवा के लिए अपने नए अर्जित ज्ञान का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया। यह किसी भी विशिष्ट मानव अधिकार मुद्दे से इतर हो सकता है जिसे वे अपनाना चाहते हैं।
एनएचआरसी, भारत के निदेशक लेफ्टिनेंट कर्नल वीरेंद्र सिंह ने इंटर्नशिप रिपोर्ट प्रस्तुत की। वरिष्ठ एनएचआरसी अधिकारियों, विशेषज्ञों और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों द्वारा मानवाधिकारों के विभिन्न पहलुओं पर सत्रों के अलावा, प्रशिक्षुओं को दिल्ली में तिहाड़ जेल, पुलिस स्टेशन और आशा किरण आश्रय गृह का वर्चुअल दौरा भी कराया गया। उन्हें विभिन्न सरकारी संस्थानों के कामकाज, मानवअधिकार संरक्षण तंत्र, जमीनी हकीकत और समाज के कमजोर वर्गों के अधिकारों की रक्षा के लिए आवश्यक पहलुओं की जानकारी दी गई। उन्होंने पुस्तक समीक्षा, समूह शोध परियोजना प्रजेंटेशन और भाषण प्रतियोगिता के विजेताओं की भी घोषणा की।
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