केंद्रपाड़ा जिले में एक दलित व्यक्ति को अपने ही थूक में अपनी नाक रगड़ने के लिए मजबूर करने के मामले में एनएचआरसी ने ओडिशा सरकार को नोटिस जारी किया



नई दिल्ली, 22 अप्रैल, 2022

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, भारत ने उस घटना की एक मीडिया रिपोर्ट का स्वत: संज्ञान लिया है, जहां ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले में एक गांव के सरपंच और स्थानीय लोगों के सामने एक दलित व्यक्ति को अपने ही थूक में अपनी नाक रगड़ने के लिए मजबूर किया गया था। आयोग ने ओडिशा के मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर छह सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी है, जिसमें मामले की जांच की स्थिति, जिसे कथित तौर पर पुलिस ने दर्ज किया है, साथ ही पीड़ितों को दी गई वैधानिक राहत की स्थिति भी शामिल है।

समाचार रिपोर्ट की सामग्री की जांच करते हुए, आयोग ने पाया है कि उठाए गए मुद्दे बहुत गंभीर प्रकृति के हैं और पीड़ितों के सम्मान के अधिकार का घोर उल्लंघन किया गया है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह घटना उस समय हुई जब भुवनेश्वर के तिखीरी गांव के सरपंच एक मंदिर के लिए चंदा मांगने के लिए पीड़ित के घर पहुंचे। उस व्यक्ति ने कथित तौर पर कहा कि उसने पहले ही एक राशि दान कर दी है, जिससे सरपंच नाराज हो गया। उसने स्थानीय लोगों के सामने उसे और उसकी पत्नी के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया। कथित तौर पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति संरक्षण अधिनियम, 1989 के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।

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