देश में आयु संभाव्‍यता को प्रभावित करने वाले उच्च वायु प्रदूषण की रिपोर्ट पर केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय को राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग का नोटिस; राज्यों से इस मुद्दे के समाधान के लिए सक्रिय कार्रवाई की अपेक्षा



नई दिल्ली, 24 जून, 2022

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, एनएचआरसी, भारत ने बाहरी सर्वेक्षण का हवाला देते हुए मीडिया रिपोर्टों का स्वत: संज्ञान लिया कि वायु प्रदूषण भारत में मानव स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा है, जिससे लोगों की आयु संभाव्‍यता कुल मिलाकर 5 वर्ष कम और दिल्ली में लोगों की आयु संभाव्‍यता 9 वर्ष कम हो रही है।

आयोग ने पाया है कि मीडिया रिपोर्टों की सामग्री, यदि सही है, तो यह जीवन के अधिकार का एक गंभीर मुद्दा है। तदनुसार, आयोग ने केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के सचिव को चार सप्ताह के भीतर एक रिपोर्ट देने के लिए नोटिस जारी किया है, जिसमें 2019 में शुरू किए गए राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम की स्थिति का उल्लेख भी अपेक्षित है।आयोग ने राज्य के प्राधिकारियों से यह भी अपेक्षा की है कि वे इस मुद्दे पर समयबद्ध तरीके से पूरी ईमानदारी से कार्य करेंगे।

15 जून, 2022 को की गई मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, डब्ल्यूएचओ मानकों के अनुसार, यदि वार्षिक औसत पीएम 2.5 का स्तर 5 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से अधिक नहीं होता है, तो दिल्ली के निवासियों को औसतन 10 वर्ष की आयु संभाव्यवता प्राप्त होगी। रिपोर्ट के अनुसार यूपी, बिहार, हरियाणा और त्रिपुरा को शीर्ष प्रदूषित भारतीय राज्यों में वर्गीकृत किया गया है।