रोहिणी में सीवेज लाइन में चार लोगों की मौत पर एनएचआरसी ने दिल्ली के मुख्य सचिव, पुलिस आयुक्त और एमटीएनएल के अध्यक्ष को नोटिस भेजा है



नई दिल्ली, 30 मार्च, 2022

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, एनएचआरसी, भारत ने मीडिया रिपोर्टों पर स्वत: संज्ञान लिया है कि दिल्ली के रोहिणी क्षेत्र में एक सीवेज लाइन में चार लोगों की मौत हो गई है। कथित तौर पर, वे 29 मार्च, 2022 को फंस गए थे और उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के प्रयास जारी थे, हालांकि, आज सुबह केवल उनके शव बरामद किए जा सके। पीड़ितों में महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (एमटीएनएल) के तीन लाइन कर्मचारी और चौथा, एक ऑटो रिक्शा चालक शामिल है, जो उन्हें बचाने के लिए सीवेज लाइन के अंदर गया था।

आयोग ने मुख्य सचिव, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार, पुलिस आयुक्त, दिल्ली और अध्यक्ष, एमटीएनएल को नोटिस जारी कर चार सप्ताह के भीतर मामले की विस्तृत रिपोर्ट, जिसमें जिम्मेदार अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई और मृतक व्यक्तियों के नजदीकी रिश्‍तेदारों को प्रदत्‍त राहत/पुनर्वास शामिल है, मांगी है।

आयोग ने नोटिस जारी करते हुए चिंता व्यक्त की है कि कानून, सुप्रीम कोर्ट के निर्णय होने के बावजूद और श्रमिकों को सुरक्षा उपकरण प्रदान करने के लिए स्वयं आयोग के हस्तक्षेप के बावजूद, गरीब लोग सीवर लाइनों में काम करते हुए मर रहे हैं, जो पूरी तरह से अनुचित/अनपेक्षित है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मजदूर एमटीएनएल के संविदा कर्मचारी थे और जब वे मेन बवाना रोड पर सीवर लाइन में गिरे, एमटीएनएल लाइन का काम कर रहे थे। उन्होंने कोई सुरक्षात्मक उपकरण नहीं पहना हुआ था।

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