नई दिल्ली रेलवे स्टेशन परिसर में करंट लगने से एक महिला की कथित मौत पर एनएचआरसी द्वारा रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष, दिल्ली के मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी
नई दिल्ली, 27 जून, 2027
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, एनएचआरसी, भारत ने एक मीडिया रिपोर्ट पर स्वत: संज्ञान लिया है कि 25 जून, 2023 को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन परिसर में एक 35 वर्षीय शिक्षिका की बिजली का करंट लगने से मौत हो गई थी। कथित तौर पर, उसने पानी से भरे इलाके जहां लोग नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के अजमेरी गेट की तरफ टैक्सियों से उतरते हैं, पर सहारे के लिए एक बिजली के खंभे को पकड़ लिया था। उसे बचाने के प्रयास में उसकी बहन को भी झटका लगा। कथित तौर पर पीड़ित परिवार ने यह भी दावा किया है कि घटनास्थल से पुलिस स्टेशन महज कुछ मीटर की दूरी पर होने के बावजूद समय पर मदद के लिए कोई नहीं आया।
आयोग ने पाया है कि मीडिया रिपोर्ट की सामग्री, यदि सच है, तो यह जलभराव और बिजली के खुले तारों से संबंधित व्यवस्थाएं देखने वाले अधिकारियों की लापरवाही के कारण पीड़िता और उसके परिवार के मानव अधिकारों का गंभीर उल्लंघन है। नागरिक और बिजली अधिकारियों के अलावा, रेलवे भी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली जो कि सबसे व्यस्त सार्वजनिक स्थानों में से एक है, पर ऐसी जानलेवा खामियों पर निगरानी रखने में विफल रहा है।
तदनुसार, आयोग ने अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड, रेल मंत्रालय, मुख्य सचिव, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार और पुलिस आयुक्त, दिल्ली को नोटिस जारी कर 4 सप्ताह के भीतर मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट में मामले में दर्ज एफआईआर, लापरवाही के लिए दोषी अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई के साथ-साथ पीड़ित परिवार को दिया गया मुआवजा, यदि कोई हो, की वर्तमान स्थिति शामिल होनी चाहिए। आयोग यह भी जानना चाहेगा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों द्वारा क्या कदम उठाए जा रहे हैं या उठाए जाने का प्रस्ताव है।
26 जून, 2023 को प्रसारित मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, घटना 25 जून, 2023 को सुबह 5.30 बजे के आसपास हुई। परिवार पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार में रहता है और वंदे भारत एक्सप्रेस से चंडीगढ़ जा रहा था। पीड़िता के परिवार के सदस्यों ने कथित तौर पर दावा किया है कि कुछ टैक्सी और ऑटो चालकों के मदद के लिए आने से पहले वह 20-25 मिनट तक जमीन पर पड़ी रही। उन्होंने पीड़िता के 9 साल के बेटे और 7 साल की बेटी को खींच लिया, जो उसके बगल में खड़े थे और उन्हें बचा लिया। पीड़िता को टैक्सी से अस्पताल ले जाया गया था।