एनएचआरसी द्वारा नकली लीवर दवा डिफिटेलियो और कैंसर दवा एडसेट्रिस के कथित प्रसार पर चिंता व्यक्त करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव और भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) को नोटिस जारी
नई दिल्ली, 13 सितम्बर 2023
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, भारत ने मीडिया रिपोर्टों का स्वतः संज्ञान लिया है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की चेतावनी के बाद केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने राज्य के नियामकों, डॉक्टरों और मरीजों को दो दवाओं - लिवर दवा डेफिटालियो और कैंसर दवा एडसेट्रिस के बारे में सतर्क रहने को कहा है क्योंकि ये दवाएं नकली रूप में भारत सहित चार देशों में वितरित की जा रही हैं। कथित तौर पर, भारत सहित चार देशों में पाए गए एडसेट्रिस इंजेक्शन 50एमजी की नकली दवा अक्सर रोगी के पास पायी जाती हैं और अनियमित आपूर्ति श्रृंखलाओं (मुख्य रूप से ऑनलाइन) में वितरित की जाती हैं।
आयोग ने कहा है कि समाचार रिपोर्ट की सामग्री, यदि सही है, तो यह मानव अधिकारों के उल्लंघन का एक गंभीर मुद्दा है जो चिंता का विषय है। तदनुसार, आयोग ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव और भारत के औषधि महानियंत्रक को नोटिस जारी कर मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है । रिपोर्ट में डिफ़िटालियो और एडसेट्रिस सहित जीवन रक्षक दवा के नकली दवाओं की आपूर्ति और बिक्री की जांच करने के लिए प्रासंगिक कानूनों के कार्यान्वयन की वर्तमान स्थिति यदि कोई हो, जैसा कि समाचार रिपोर्ट में बताया गया है शामिल होनी चाहिए। जबाब चार सप्ताह के भीतर अपेक्षित है।
11 सितंबर, 2023 को प्रसारित मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत और तुर्की में इस उत्पाद के वितरण हेतु विपणन प्राधिकरण नहीं है। हालांकि, भारत और तुर्की में लीवर दवा, डेफिटालियो के नकली दवाओं का पता लगाया गया, जो विनियमित और अधिकृत चैनलों के बाहर आपूर्ति किए गए थे।