देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के 67 स्नातकोत्तर स्तर के छात्रों ने एनएचआरसी, भारत द्वारा आयोजित एक महीने की ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप पूरी की
प्रेस विज्ञप्ति
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग
नई दिल्ली, 16 जुलाई 2024
देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के 67 स्नातकोत्तर स्तर के छात्रों ने एनएचआरसी, भारत द्वारा आयोजित एक महीने की ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप पूरी की
एनएचआरसी की कार्यवाहक अध्यक्ष श्रीमती विजया भारती सयानी ने उनसे सतर्क रहने और समाज के कमजोर वर्गों के अधिकारों के संरक्षण हेतु आवाज उठाने का आग्रह किया
प्रशिक्षुओं को कक्षा सत्रों में मानव अधिकारों के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया गया तथा साथ ही जेल, आश्रय गृहों और पुलिस स्टेशनों सहित विभिन्न संस्थानों की कार्यप्रणाली से अवगत कराया
देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों से आए विभिन्न शैक्षणिक धाराओं के 67 स्नातकोत्तर स्तर के छात्रों ने राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत द्वारा आयोजित एक महीने की ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप पूरी की। समापन सत्र को संबोधित करते हुए, एनएचआरसी की कार्यवाहक अध्यक्ष श्रीमती विजया भारती सयानी ने प्रशिक्षुओं को उनकी इंटर्नशिप के सफल समापन पर बधाई दी। उन्होंने आग्रह किया कि उन्हें समाज के कमजोर वर्गों के मानव अधिकारों के उल्लंघन की घटनाओं के प्रति सतर्क रहना चाहिए और उनके अधिकारों के संरक्षण हेतु आवाज उठानी चाहिए। .
एनएचआरसी के महासचिव श्री भरत लाल ने प्रशिक्षुओं से उत्कृष्टता की खोज में अपने चुने हुए करियर में पूर्णता के लिए प्रयासरत रहने को कहा। यह जीवन भर सीखते रहने से ही संभव हो सकता है। उन्होंने छात्रों को उन सकारात्मक बदलावों पर विचार करने के लिए भी प्रेरित किया जिनसे वे समाज में बदलाव ला सकते हैं।
एनएचआरसी के संयुक्त सचिव श्री देवेन्द्र कुमार निम ने सत्र के दौरान इंटर्नशिप रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें पुस्तक समीक्षा, समूह अनुसंधान परियोजना प्रस्तुति और भाषण प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा की गई। समारोह का समापन एनएचआरसी के निदेशक लेफ्टिनेंट कर्नल वीरेंद्र सिंह के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ। संयुक्त सचिव श्रीमती अनिता सिन्हा भी इस मौके पर उपस्थित थी।
इंटर्नशिप के दौरान, छात्रों को एनएचआरसी, भारत के कार्यवाहक अध्यक्ष, श्रीमती विजया भारती सयानी, महासचिव, श्री भरत लाल, वरिष्ठ अधिकारियों और विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न परस्पर संवादात्मक सत्रों में मानव अधिकारों के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया गया। सरकार के पूर्व और सेवारत सचिव एवं अपर सचिव स्तर के अधिकारियों, सशस्त्र और पुलिस बलों, वैधानिक आयोगों के अधिकारियों, नागरिक समाज संगठनों और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भी प्रशिक्षुओं के साथ बातचीत की। प्रशिक्षुओं को तिहाड़ जेल, पुलिस स्टेशनों, आशा किरण आश्रय गृहों तथा राष्ट्रीय महिला आयोग जैसे विभिन्न संस्थानों के कामकाज, जमीनी हकीकत और मानव अधिकारों के संरक्षण हेतु आवश्यकताओं की समझ के लिए फील्ड विजिट के लिए भी ले जाया गया।
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