एनएचआरसी, भारत ने आंध्र प्रदेश के अनकापल्ली जिले में एक निजी औद्योगिक इकाई में हुए विस्फोट में कई श्रमिकों की कथित मौत का स्वतः संज्ञान लिया



प्रेस विज्ञप्ति

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग

नई दिल्ली: 23 अगस्त, 2024

एनएचआरसी, भारत ने आंध्र प्रदेश के अनकापल्ली जिले में एक निजी औद्योगिक इकाई में हुए विस्फोट में कई श्रमिकों की कथित मौत का स्वतः संज्ञान लिया

आयोग ने आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी किया

सुरक्षा मानकों में किसी भी लापरवाही का पता लगाने के लिए गहन जांच के निर्देश दिए, विस्तृत रिपोर्ट दो सप्ताह के भीतर अपेक्षित है

इसके अलावा एफआईआर की स्थिति, घायलों के स्वास्थ्य और चिकित्सा उपचार एवं मृतकों और घायलों के परिवारों को मुआवजे के वितरण की भी मांग की गई

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत ने मीडिया रिपोर्टों का स्वत: संज्ञान लिया है। रिपोर्ट के अनुसार 21 अगस्त, 2024 को आंध्र प्रदेश के अनकापल्ली जिले के अच्युतपुरम विशेष आर्थिक क्षेत्र में एक निजी औद्योगिक इकाई में रिएक्टर विस्फोट में कम से कम 17 श्रमिकों की मौत हो गई और 50 अन्य घायल हो गए। विस्फोट होने के कारण अभी भी स्पष्ट नहीं हैं। कथित तौर पर, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की टीमें विस्फोट के बाद मलबे में जीवित बचे लोगों की तलाश कर रही हैं। हालांकि, यह आशंका जताई जा रही है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि लाशों के फंसे होने की सम्भावना है। यह स्पष्ट नहीं है कि विस्फोट के समय कितने कर्मचारी ड्यूटी पर थे।

आयोग ने पाया है कि मीडिया रिपोर्टों की सामग्री से स्पष्ट है कि संबंधित अधिकारियों द्वारा बरती गई लापरवाही के कारण पीड़ितों के जीवन के अधिकार का उल्लंघन हुआ है। तदनुसार, आयोग ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक, आंध्र प्रदेश को नोटिस जारी किया है, जिसमें निर्देश दिया गया है कि वे इस बात की गहन जांच करें कि औद्योगिक इकाई के मालिक द्वारा सभी सुरक्षा मानकों और कानूनी प्रावधानों का सख्ती से पालन किया जा रहा था या नहीं और संबंधित अधिकारियों द्वारा इसकी निगरानी की जा रही थी या नहीं तथा दो सप्ताह के भीतर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

रिपोर्ट में एफआईआर की स्थिति, घायलों के स्वास्थ्य और चिकित्सा उपचार की अद्यतन जानकारी, मुआवजे का वितरण और घायलों के साथ-साथ मृत श्रमिकों के परिवारों को प्रदान की गई कोई अन्य राहत/पुनर्वास शामिल होने की अपेक्षा है। आयोग इस त्रासदी के लिए दोषी अधिकारियों, जो इस घटना के लिए जिम्मेदार थे, के खिलाफ की गई कार्रवाई के बारे में भी जानना चाहेगा।

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