एनएचआरसी द्वारा मानव अधिकारों को आगे बढ़ाने में समर्थन करने हेतु एसएचआरसी, विशेष प्रतिवेदकों और स्पेशल मॉनिटर के साथ सम्मेलन आयोजित किया गया
प्रेस विज्ञप्ति
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग
नई दिल्ली: 13 दिसंबर, 2024
एनएचआरसी द्वारा मानव अधिकारों को आगे बढ़ाने में समर्थन करने हेतु एसएचआरसी, विशेष प्रतिवेदकों और स्पेशल मॉनिटर के साथ सम्मेलन आयोजित किया गया
एनएचआरसी, भारत की कार्यवाहक अध्यक्ष, श्रीमती विजया भारती सयानी ने शिकायत प्रबंधन में चुनौतियों का समाधान करने, राज्य स्तर पर आयोग की परामर्शियों का प्रसार करने और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने की आवश्यकता पर बल दिया
इस दौरान राज्य स्तर पर कार्यान्वयन के लिए एसएचआरसी द्वारा एनएचआरसी की परामर्शियों का पालन करने पर भी जोर दिया गया
एनएचआरसी के महासचिव, श्री भरत लाल ने कहा कि एनएचआरसी और एसएचआरसी को देश में मानव अधिकार संस्थागत ढांचे को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है,
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत ने नई दिल्ली में राज्य मानव अधिकार आयोगों (एसएचआरसी), विशेष प्रतिवेदकों और स्पेशल मॉनिटर के साथ एक सम्मेलन आयोजित किया। इसका लक्ष्य देश में मानव अधिकारों के सम्वर्धन एवं संरक्षण के लिए एनएचआरसी, इसके विशेष प्रतिवेदकों और स्पेशल मॉनिटर और एसएचआरसी के बीच सहयोग बढ़ाना था।
उद्घाटन सत्र में, एनएचआरसी, भारत की कार्यवाहक अध्यक्ष, श्रीमती विजया भारती सयानी ने मानव अधिकारों की स्थिति में सुधार का आकलन करने में सहयोग के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने शिकायत प्रबंधन में चुनौतियों का समाधान करने, राज्य स्तर पर एनएचआरसी की परामर्शियों का प्रसार करने और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। कार्यान्वयन अंतराल को पाटने और यह सुनिश्चित करने के लिए कि कार्रवाई जमीनी स्तर तक पहुंचे, एसएचआरसी को आश्रमशालाओं, मानसिक स्वास्थ्य संस्थानों और कमजोर समूहों के लिए आश्रयों जैसी सुविधाओं का दौरा करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
एनएचआरसी, भारत के महासचिव, श्री भरत लाल ने कहा कि एसएचआरसी को समाज के कमजोर वर्गों की सुरक्षा के लिए एनएचआरसी की परामर्शियों के कार्यान्वयन के लिए राज्य अधिकारियों के साथ अनुवर्ती कार्रवाई करनी चाहिए। देश में मानव अधिकार संस्थागत ढांचे को मजबूत करने के लिए एनएचआरसी और एसएचआरसी को मिलकर काम करना जारी रखना चाहिए। उन्होंने स्थानीय और राज्य स्तर पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समन्वय करने में एनएचआरसी के विशेष प्रतिवेदकों और स्पेशल मॉनिटर का सहयोग देने के लिए एसएचआरसी के महत्व पर भी ध्यान दिलाया ताकि स्थितियों का आकलन किया जा सके और सुधारात्मक उपाय सुझाए जा सकें। उन्होंने हस्तक्षेपों के दोहराव और जनशक्ति की बर्बादी से बचने के लिए शेष सभी एसएचआरसी द्वारा एचआरसीनेट पोर्टल से जुड़ने की बात दोहराई।
एनएचआरसी, भारत की कार्यवाहक अध्यक्ष श्रीमती विजया भारती सयानी की अध्यक्षता में आयोजित पहले सत्र में शिकायत प्रबंधन, एनएचआरसी की परामर्शियों पर अनुवर्ती कार्रवाई, सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करना और एसएचआरसी के लिए क्षमता निर्माण पर ध्यान केंद्रित किया गया। इसमें मानव अधिकारों को बढ़ावा देने में एनएचआरसी के साथ अधिक प्रभावी सहयोग के लिए एसएचआरसी के सुझावों पर भी चर्चा की गई।
श्री भरत लाल की अध्यक्षता में आयोजित दूसरे सत्र में विशेष प्रतिवेदकों और स्पेशल मॉनिटर के दौरों और रिपोर्टों पर ध्यान केंद्रित किया गया। जिसमें इस बात पर जोर दिया गया कि उनकी रिपोर्टें स्पष्ट और निश्चित मापदंडों पर होनी चाहिए ताकि आयोग को संबंधित सरकारी अधिकारियों को आवश्यक सिफारिशें करने में मदद मिल सके। एसएचआरसी का समर्थन प्राप्त करने के लिए मूल्यांकन यात्राओं के क्षेत्रों का विस्तार करने और उनकी गतिविधियों के कैलेंडर को प्राथमिकता देने पर भी जोर दिया गया।
चर्चाओं के परिणामस्वरूप एनएचआरसी, इसके विशेष प्रतिवेदकों और मॉनिटरों और एसएचआरसी के बीच सहयोग में सुधार के लिए कई सुझाव सामने आए ताकि भारत में सरकारी एजेंसियों को आवश्यक उपाय सुझाने के लिए जमीनी स्तर पर मानव अधिकारों की स्थिति का आकलन किया जा सके।
सम्मेलन में संबंधित राज्य मानव अधिकार आयोगों के अध्यक्ष, सदस्य और वरिष्ठ अधिकारी, एनएचआरसी के वरिष्ठ अधिकारी एवं इसके विशेष स्पेशल मॉनिटर और प्रतिवेदकों ने भाग लिया।
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