राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, भारत ने राजस्थान के अजमेर जिले में एक बिजलीघर परिसर में सीवर का गड्ढा खोदते समय मिट्टी में दबकर एक मजदूर की कथित मौत का स्वतः संज्ञान लिया।
प्रेस विज्ञप्ति
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग
नई दिल्ली: 26 जुलाई, 2025
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, भारत ने राजस्थान के अजमेर जिले में एक बिजलीघर परिसर में सीवर का गड्ढा खोदते समय मिट्टी में दबकर एक मजदूर की कथित मौत का स्वतः संज्ञान लिया।
आयोग ने राजस्थान के मुख्य सचिव और अजमेर पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
रिपोर्ट में मृतक के निकटतम संबंधी को दिए गए मुआवजे (यदि कोई हो) को शामिल करने की अपेक्षा है।
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत ने एक मीडिया रिपोर्ट का स्वतः संज्ञान लिया है जिसमें बताया गया है कि 14 जुलाई, 2025 को राजस्थान के अजमेर जिले में एक बिजलीघर परिसर में सीवर का गड्ढा खोदते समय एक 50 वर्षीय मजदूर मिट्टी में दब गया था। कथित तौर पर, घटना के समय पीड़ित अन्य मजदूरों के साथ 30 फीट गहरा कुआँ खोद रहा था।
आयोग ने पाया है कि यदि यह सामग्री सत्य है, तो यह पीड़ित के मानव अधिकारों का गंभीर उल्लंघन है। इसलिए, आयोग ने राजस्थान सरकार के मुख्य सचिव और अजमेर के पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। रिपोर्ट में मृतक के निकटतम संबंधी को प्रदान किए गए मुआवजे (यदि कोई हो) का भी उल्लेख होना अपेक्षित है।
15 जुलाई, 2025 को प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित लगभग 18 फीट नीचे था, जब अचानक मिट्टी धंस गई और वह पूरी तरह से उसके नीचे दब गया। अन्य मजदूर किसी तरह बच निकलने में सफल रहे। पुलिस, नागरिक सुरक्षा कर्मियों के साथ, मौके पर पहुँची और लगभग 6 से 7 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पीड़ित को बाहर निकाला। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
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