राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने महाराष्ट्र के जलगाँव जिले में लोगों के एक समूह द्वारा सार्वजनिक रूप से बुरी तरह पीटे जाने के बाद एक व्यक्ति की कथित मौत का स्वतः संज्ञान लिया है।
प्रेस विज्ञप्ति
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग
नई दिल्ली: 22 अगस्त, 2025
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने महाराष्ट्र के जलगाँव जिले में लोगों के एक समूह द्वारा सार्वजनिक रूप से बुरी तरह पीटे जाने के बाद एक व्यक्ति की कथित मौत का स्वतः संज्ञान लिया है।
राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
रिपोर्ट में जाँच की स्थिति के साथ-साथ पीड़ित के परिजनों को दिए गए मुआवजे (यदि कोई हो) का विवरण भी शामिल होना भी अपेक्षित है।
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत ने एक मीडिया रिपोर्ट का स्वतः संज्ञान लिया है जिसमें बताया गया है कि 11 अगस्त, 2025 को महाराष्ट्र के जलगाँव जिले के एक गाँव में लोगों के एक समूह द्वारा सार्वजनिक रूप से बुरी तरह पीटे जाने के बाद 21 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि पीड़ित एक अलग समुदाय की लड़की के साथ एक कैफे में बैठा था, तभी 8-10 लोगों के एक समूह ने उससे झगड़ा किया और उसके मोबाइल फोन में एक तस्वीर देखने के बाद, उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। अपराधी उस व्यक्ति को घसीटकर उसके गाँव ले गए और उसे सड़कों पर घुमाते हुए पीटते रहे, फिर उसे गंभीर रूप से घायल अवस्था में उसके घर के पास छोड़ गए।
आयोग ने पाया है कि यदि समाचार रिपोर्ट की सामग्री सत्य है, तो यह मानव अधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा उठाती है। इसलिए, आयोग ने महाराष्ट्र के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट में जाँच की स्थिति और पीड़ित के परिजनों को दिए गए मुआवजे (यदि कोई हो) का विवरण शामिल होना अपेक्षित है।
13 अगस्त, 2025 को प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित को बचाने की कोशिश करने पर उसके परिवार के सदस्यों पर भी हमला किया गया। बताया गया है कि गंभीर रूप से घायल पीड़ित को अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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