राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत ने उत्तर प्रदेश के मेरठ स्थित एक नशामुक्ति केंद्र में कथित तौर पर प्रताड़ित किए जाने के बीच एक व्यक्ति की कथित मौत का स्वतः संज्ञान लिया है।
प्रेस विज्ञप्ति
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग
नई दिल्ली: 27 अगस्त, 2025
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत ने उत्तर प्रदेश के मेरठ स्थित एक नशामुक्ति केंद्र में कथित तौर पर प्रताड़ित किए जाने के बीच एक व्यक्ति की कथित मौत का स्वतः संज्ञान लिया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
इस रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश राज्य में संचालित नशामुक्ति केंद्रों की स्थिति शामिल होने की उम्मीद है।
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत ने एक मीडिया रिपोर्ट का स्वतः संज्ञान लिया है जिसमें बताया गया है कि उत्तर प्रदेश के मेरठ स्थित एक नशामुक्ति केंद्र में एक 38 वर्षीय व्यक्ति की उसके परिवार द्वारा प्रताड़ित किए जाने के आरोपों के बीच मौत हो गई। 19 अगस्त, 2025 को इलाज के लिए केंद्र से लाए जाने पर उन्हें नई दिल्ली स्थित एम्स में मृत घोषित कर दिया गया। बताया गया है कि उन्हें 17 अगस्त, 2025 को उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले के नोएडा स्थित एक अन्य केंद्र से मेरठ जिले के इस नशामुक्ति केंद्र में स्थानांतरित किया गया था। समाचार रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि जिला तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ के एक अधिकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में संचालित एक भी नशामुक्ति केंद्र अधिकृत और प्राधिकारियों द्वारा पंजीकृत नहीं है।
आयोग ने पाया है कि समाचार रिपोर्ट की विषयवस्तु, यदि सत्य है, तो मानव अधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा उठाती है। तदनुसार, आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश राज्य में संचालित नशामुक्ति केंद्रों की स्थिति शामिल होने की उम्मीद है।
19 अगस्त, 2025 को प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वह व्यक्ति शराबी था और उसे 17 अगस्त, 2025 को नोएडा, गौतमबुद्ध नगर स्थित एक नशामुक्ति केंद्र में लाया गया था। वहाँ भर्ती होने के आधे घंटे के भीतर, उसे मेरठ के एक अन्य नशामुक्ति केंद्र में रेफर कर दिया गया, जहाँ वह दो दिन तक रहा। हालाँकि, जब उसकी हालत बिगड़ने लगी, तो नशामुक्ति केंद्र के प्रबंधन ने उसके परिवार वालों को सूचित किया और उसे इलाज के लिए नई दिल्ली स्थित एम्स ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके परिवार वालों का आरोप है कि मेरठ नशामुक्ति केंद्र में शारीरिक प्रताड़ना के कारण उसकी मौत हुई।
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