राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, भारत ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में एक मूक-बधिर सामूहिक बलात्कार पीड़िता की कथित मौत का स्वतः संज्ञान लिया है।



प्रेस विज्ञप्ति

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग

नई दिल्ली: 27 अगस्त, 2025

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, भारत ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में एक मूक-बधिर सामूहिक बलात्कार पीड़िता की कथित मौत का स्वतः संज्ञान लिया है।

उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक और गाजियाबाद के जिला मजिस्ट्रेट को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

रिपोर्ट में जाँच की स्थिति और पीड़िता के परिवार को दिए गए मुआवज़े (यदि कोई हो) का विवरण शामिल होने की उम्मीद है।

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत ने एक मीडिया रिपोर्ट का स्वतः संज्ञान लिया है जिसमें कहा गया है कि 21 अगस्त, 2025 को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में एक मूक-बधिर सामूहिक बलात्कार पीड़िता अपने घर पर मृत पाई गई थी। कथित तौर पर, 18 अगस्त, 2025 को जिले के लोनी इलाके में दो पुरुषों ने उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया था।

आयोग ने पाया है कि समाचार रिपोर्ट की सामग्री, यदि सत्य है, तो मानव अधिकारों के उल्लंघन के गंभीर मुद्दे उठाती है। इसलिए, उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और गाजियाबाद के जिलाधिकारी को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर मामले की विस्तृत रिपोर्ट तलब की गई है।

22 अगस्त, 2025 को प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता का दिल्ली स्थित मानव व्यवहार एवं संबद्ध विज्ञान संस्थान में इलाज चल रहा था। दो कथित अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिन्होंने उसे एक सुनसान रास्ते पर अकेले टहलते समय अगवा कर लिया था और उसका यौन उत्पीड़न किया था।

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