एनएचआरसी द्वारा झज्जर और भरूच जिलों में दो अलग-अलग घटनाओं में 7 सफाई कर्मचारियों की मौत की सूचना पर हरियाणा और गुजरात की सरकारों को नोटिस जारी



नई दिल्ली 06 अप्रैल, 2023

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, एनएचआरसी, भारत ने 4 अप्रैल, 2023 को क्रमशः हरियाणा और गुजरात के झज्जर और भरूच जिलों में दो अलग-अलग घटनाओं में 7 सफाई कर्मचारियों की मौत के बारे में मीडिया रिपोर्टों का स्वत: संज्ञान लिया है। आयोग ने राज्य सरकारों से उनके मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों के माध्यम से 6 सप्ताह के भीतर घटनाओं की रिपोर्ट मांगी है। कथित तौर पर, दोनों घटनाओं में श्रमिकों को सुरक्षा उपकरण प्रदान नहीं किए गए थे।

नोटिस जारी करते हुए, आयोग ने पाया कि मीडिया रिपोर्टों की सामग्री संबंधित अधिकारियों की लापरवाही का संकेत देती है, जिसके परिणामस्वरूप पीड़ितों के जीवन के अधिकार का उल्लंघन हुआ है। सिर्फ इसलिए कि घटना निजी संपत्ति पर हुई है, इस प्रकार का प्रकरण संबंधित अधिकारियों को अपने अधिकार क्षेत्र में होने वाली ऐसी खतरनाक गतिविधियों की निगरानी के अपने उत्तरदायित्व से छुटकारा पाने की अनुमति नहीं दे सकता है।

राज्य सरकारों की रिपोर्ट में दोषी लोक सेवकों के खिलाफ की गई कार्रवाई और पीड़ित परिवारों को प्रदान की गई राहत और पुनर्वास की स्थिति के बारे में सूचित किया जाना चाहिए। इनमें जागरूकता फैलाने के लिए उठाए गए या उठाए जाने वाले कदम भी शामिल होने चाहिए और हाथ से मैला ढोने वाले कर्मियों के नियोजन का प्रतिषेध और उनका पुनर्वास अधिनियम, 2013 के साथ -साथ 24.09.2021 को मैला ढोने या खतरनाक सफाई में लगे व्यक्ति के मानवाधिकारों के संरक्षण पर एनएचआरसी की परामर्शी में उल्लिखित उचित प्रक्रिया का पालन किए बिना खतरनाक सफाई में इस तरह के रोजगार के दंडात्मक परिणामों को प्रदर्शित या चित्रित करके स्वच्छता कर्मचारियों की मृत्यु पर शून्य सहनशीलता के प्रति बड़े पैमाने पर जनता को संवेदनशील बनाना चाहिए।

आयोग ने यह भी पाया है कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए गए विशिष्ट निर्णयों और विभिन्न सरकारी एजेंसियों द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों के साथ-साथ राज्य, केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के सभी संबंधित अधिकारियों को एनएचआरसी की परामर्शी के बावजूद, देश के कई हिस्सों से ऐसी दुखद घटनाओं की सूचना मिल रही है। सीवेज कर्मचारियों को अभी भी अत्यधिक खतरे का सामना करना पड़ रहा है और सार्वजनिक अधिकारियों द्वारा उन्‍हें अपमानित किया जा रहा है।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, 5 अप्रैल, 2023 को हरियाणा के झज्जर के बहादुरगढ़ इलाके में एक निजी संपत्ति के सेप्टिक टैंक के अंदर पाइप फिट करने के दौरान 4 लोगों की मौत हो गई थी। एक अन्य घटना में गुजरात के भरूच जिले में ड्रेनेज लाइन की सफाई के दौरान तीन लोगों की मौत हो गई थी।

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