एनएचआरसी, भारत द्वारा दो सप्ताह के ऑनलाइन अल्पकालिक इंटर्नशिप कार्यक्रम का शुभारंभ
प्रेस विज्ञप्ति
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग
नई दिल्ली 28 जनवरी, 2025
एनएचआरसी, भारत द्वारा दो सप्ताह के ऑनलाइन अल्पकालिक इंटर्नशिप कार्यक्रम का शुभारंभ
इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न भागों और विभिन्न शैक्षणिक विषयों से 80 स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर के छात्र भाग ले रहे हैं
कार्यक्रम के दौरान एनएचआरसी, भारत के सदस्य, न्यायमूर्ति (डॉ) बिद्युत रंजन सारंगी ने अपने उद्घाटन भाषण में छात्रों से कार्यक्रम में भागीदारी देने, विशेषज्ञों से सीखने और अधिक न्यायपूर्ण और समतापूर्ण समाज बनाने में योगदान देने का आग्रह किया
कार्यक्रम का उद्देश्य मानव अधिकारों से संबंधित कानूनों और भारत में उनके अनुप्रयोग का ज्ञान प्रदान करना है
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत ने 27 जनवरी, 2025 को अपना दो सप्ताह का ऑनलाइन अल्पकालिक इंटर्नशिप कार्यक्रम (ओएसटीआई) शुरू किया। इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए देश के विभिन्न भागों से विविध शैक्षणिक विषयों के 80 स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर के छात्रों को चुना गया है, कार्यक्रम का उद्देश्य भारत में मानव अधिकारों से संबंधित कानूनों और उनके अनुप्रयोग का ज्ञान प्रदान करना है।
इंटर्नशिप का उद्घाटन करते हुए, एनएचआरसी, भारत के सदस्य, न्यायमूर्ति (डॉ) बिद्युत रंजन सारंगी ने मानव अधिकारों के संरक्षण के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने भारतीय लोकाचार और संस्कृति में मानव अधिकारों के सम्मान की समृद्ध विरासत पर प्रकाश डाला जो हमारे संविधान और कानून में परिलक्षित होती है।
उन्होंने कहा कि इस इंटर्नशिप कार्यक्रम का उद्देश्य प्रशिक्षुओं को लोगों के अधिकारों, खास तौर पर कमज़ोर समुदायों के अधिकारों के लिए आवाज़ उठाने के लिए सशक्त बनाना है। उन्होंने प्रशिक्षुओं से आग्रह किया कि वे कार्यक्रम में भागीदारी देने, विशेषज्ञों से सीखने और अधिक न्यायपूर्ण और समतापूर्ण समाज बनाने में योगदान दें।
इससे पहले, एनएचआरसी के संयुक्त सचिव श्री देवेंद्र कुमार निम ने कार्यक्रम के सावधानीपूर्वक तैयार किए गए पाठ्यक्रम का संक्षिप्त विवरण दिया, जिसमें व्याख्यान और तिहाड़ जेल जैसी संस्थाओं के वर्चुअल विजिट शामिल हैं, जो मानव अधिकारों की जमीनी हकीकत के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी प्रदान करते हैं। उन्होंने प्रशिक्षुओं को विभिन्न गतिविधियों/प्रतियोगिताओं के बारे में भी बताया, जो मानव अधिकारों के विभिन्न पहलुओं के बारे में उनके अनुभव को बढ़ाएंगे। एनएचआरसी के निदेशक लेफ्टिनेंट कर्नल वीरेंद्र सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।