एनएचआरसी, भारत द्वारा मानव अधिकारों पर प्रतिष्ठित दो सप्ताह के ऑनलाइन अल्पकालिक इंटर्नशिप कार्यक्रम का शुभारंभ
प्रेस विज्ञप्ति
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग
नई दिल्ली: 14 मई, 2025
एनएचआरसी, भारत द्वारा मानव अधिकारों पर प्रतिष्ठित दो सप्ताह के ऑनलाइन अल्पकालिक इंटर्नशिप कार्यक्रम का शुभारंभ
यह कार्यक्रम दूर-दराज और दूरस्थ क्षेत्रों के छात्रों को नई दिल्ली आए बिना कार्यक्रम में भाग लेने में सक्षम बनाता है
इस अवसर पर महासचिव, श्री भरत लाल ने छात्रों से न्याय, समानता और गरिमा के दूत के रूप में सेवा करने का आग्रह किया, जो भारत के करुणा के लोकाचार को दर्शाता है
इस कार्यक्रम में भाग लेने हेतु 21 राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों के 1,795 आवेदकों में से 80 छात्रों को चुना गया
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत ने कल अपना 2-सप्ताह का ऑनलाइन अल्पकालिक इंटर्नशिप (ओएसटीआई) कार्यक्रम शुरू किया। इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए 21 राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों के 1,795 आवेदकों में से 80 विश्वविद्यालय स्तर के छात्रों को चुना गया है। दो सप्ताह तक चलने वाले इस कार्यक्रम का उद्देश्य देश में मानव अधिकारों के संवर्धन और संरक्षण की व्यापक समझ प्रदान करना है।
एनएचआरसी, भारत के महासचिव श्री भरत लाल ने अपने संबोधन में कहा कि युवा भारत की 5,000 साल पुरानी सभ्यतागत भावना, सहानुभूति, करुणा और न्याय के पथ-प्रदर्शक हैं। उन्होंने छात्रों से न्याय, समानता और गरिमा के दूत के रूप में सेवा करने का आग्रह किया और उन्हें भारत के विधिसम्मत ढांचे को समझने और सभी के मानव अधिकारों और गरिमा का सम्मान करने के लिए इस अवसर का लाभ उठाने हेतु प्रोत्साहित किया। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे प्रतिक्रिया के बजाय चिंतन पर ध्यान केंद्रित करें और जीवन के उद्देश्य की खोज के साधन के रूप में विशेषज्ञों से सीखने के अवसर का सर्वोत्तम उपयोग करें। उन्होंने इस ऑनलाइन कार्यक्रम के उद्देश्य को भी समझाया ताकि दूर-दराज और दूरस्थ के क्षेत्रों के छात्र, जो दिल्ली नहीं आ सकते और यहां नहीं रह सकते, मानव अधिकारों के विभिन्न पहलुओं के बारे में सीख सकें। उन्होंने छात्रों से मानव अधिकारों की संरक्षण और संवर्धन के लिए खुद को तैयार करने के लिए इस अवसर का पूरा लाभ उठाने की अपील की।
उन्होंने देश में मानव अधिकारों के विकास, संवैधानिक प्रावधानों, मानव अधिकारों के संरक्षण और संवर्धन में सर्वोच्च न्यायालय की भूमिका, एनएचआरसी की कार्यप्रणाली, उत्पीड़ित लोगों को शरण देने के लिए भारत की सभ्यता और सांस्कृतिक लोकाचार का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया।
एनएचआरसी, भारत के संयुक्त सचिव श्री समीर कुमार ने इंटर्नशिप कार्यक्रम और तैयार किए गए पाठ्यक्रम का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया। इसमें व्याख्यान, टीम और व्यक्तिगत प्रतियोगिताएं जैसे समूह शोध परियोजना प्रस्तुति, पुस्तक समीक्षा और भाषण प्रतियोगिता और तिहाड़ जेल जैसे संस्थानों के वर्चुअल दौरे शामिल हैं, जो मानव अधिकारों की वास्तविकताओं के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी प्रदान करते हैं। लेफ्टिनेंट कर्नल वीरेंद्र सिंह कार्यक्रम के पाठ्यक्रम समन्वयक हैं।
ऑनलाइन अल्पकालिक इंटर्नशिप कार्यक्रम विविध शैक्षणिक पृष्ठभूमि के छात्रों को मानव अधिकार चुनौतियों का समाधान करने के लिए अनुभव और कौशल से लैस करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। पारस्परिक सत्रों और रुचिकर गतिविधियों के माध्यम से, प्रशिक्षु अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार कानून, भारत के लिए विशिष्ट मानव अधिकार मुद्दों और प्रभावी वकालत रणनीतियों की समझ हासिल करेंगे।
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