राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, भारत ने ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले में एक लड़की की कथित तौर पर आत्मदाह से हुई मौत का स्वतः संज्ञान लिया है। यह घटना उसके पूर्व पुरुष मित्र द्वारा सोशल मीडिया पर उसकी अश्लील तस्वीरें अपलोड करने की धमकी के खिलाफ पुलिस की कथित निष



प्रेस विज्ञप्ति

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग

नई दिल्ली: 20 अगस्त, 2025

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, भारत ने ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले में एक लड़की की कथित तौर पर आत्मदाह से हुई मौत का स्वतः संज्ञान लिया है। यह घटना उसके पूर्व पुरुष मित्र द्वारा सोशल मीडिया पर उसकी अश्लील तस्वीरें अपलोड करने की धमकी के खिलाफ पुलिस की कथित निष्क्रियता के बाद हुई है।

आयोग ने राज्य के पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, जिसमें जांच की स्थिति भी शामिल है।

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत ने एक मीडिया रिपोर्ट का स्वतः संज्ञान लिया है, जिसमें बताया गया है कि 6 अगस्त, 2025 को ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले में एक 19 वर्षीय लड़की ने आत्मदाह कर लिया। पुलिस पर आरोप है कि उसके पूर्व पुरुष मित्र द्वारा उसे ब्लैकमेल करने की शिकायत पर लगभग छह महीने तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। कथित तौर पर, वह लड़की की अश्लील तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की धमकी दे रहा था।

आयोग ने पाया है कि यदि समाचार रिपोर्ट की सामग्री सत्य है, तो यह मानव अधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा उठाती है। इसलिए, उसने ओडिशा के पुलिस महानिदेशक को एक नोटिस जारी कर मामले की विस्तृत रिपोर्ट, जिसमें जाँच की स्थिति भी शामिल है, दो सप्ताह के भीतर देने को कहा है।

7 अगस्त, 2025 को प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, लड़की केंद्रपाड़ा जिले के एक कॉलेज में पढ़ती थी। उसके पिता ने आरोप लगाया कि उसका एक पूर्व पुरुष मित्र उसे नियमित रूप से ब्लैकमेल कर रहा था। पीड़िता के पिता ने लगभग छह महीने पहले पुलिस में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन न तो कोई प्राथमिकी दर्ज की गई और न ही कथित अपराधी के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई। बल्कि, एक पुलिस अधिकारी ने कथित तौर पर उन्हें इस मामले को आगे बढ़ाने से हतोत्साहित किया और ब्लैकमेलर का फ़ोन नंबर ब्लॉक करने का सुझाव दिया।

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