एनएचआरसी, भारत ने बिहार के कैमूर जिले में पुलिस कर्मियों की उदासीनता के कारण उपचार में देरी के कारण सांप के काटने से पीड़ित की मौत की खबर पर स्वतः संज्ञान लिया



प्रेस विज्ञप्ति

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग

1 अक्टूबर, 2024

एनएचआरसी, भारत ने बिहार के कैमूर जिले में पुलिस कर्मियों की उदासीनता के कारण उपचार में देरी के कारण सांप के काटने से पीड़ित की मौत की खबर पर स्वतः संज्ञान लिया

रिश्वत देने के बाद ही पीड़ित को इलाज के लिए जाने दिया गया

बिहार सरकार के पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई

रिपोर्ट में पुलिस जांच की स्थिति के साथ-साथ दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ की गई कार्रवाई की जानकारी भी शामिल होना अपेक्षित है

जिला मजिस्ट्रेटसे पीड़ित परिवार को दिए गए किसी भी मुआवजे के बारे में जानकारी देने को कहा गया

आयोग ने पाया कि यदि समाचार रिपोर्ट की सामग्री सत्य है, तो यह पुलिस कर्मियों द्वारा शक्ति के दुरुपयोग के कारण पीड़ित के मानव अधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा है, जिन्हें व्यक्ति को उसकी जान बचाने के लिए तुरंत अस्पताल ले जाना चाहिए था। आयोग ने बिहार सरकार के पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। इसमें पुलिस जांच की स्थिति के साथ-साथ दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ की गई कार्रवाई भी शामिल होना अपेक्षित है।

आयोग ने कैमूर के जिला मजिस्ट्रेट से यह भी सूचित करने को कहा है कि क्या मृतक के परिजनों को कोई मुआवजा दिया गया है।

27 सितंबर 2024 को मीडिया में आई खबर के अनुसार, 26 सितंबर 2024 की रात को जब वह खेतों में सिंचाई कर रहा था, तो उसे सांप ने काट लिया। इसके बाद वह बेचैनी की हालत में खेतों से अपने गांव की ओर भागने लगा। इसी दौरान गश्त कर रही पुलिस टीम ने उसे रोककर पूछताछ शुरू की। उस व्यक्ति ने बताया कि उसे सांप ने काट लिया है और वह घर भाग रहा है। पुलिस कर्मियों ने उसकी बात पर विश्वास नहीं किया और कहा कि 2000 रुपये दे दो, नहीं तो तुम्हें जाने नहीं दिया जाएगा।

समाचार रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस वाले उसे उसके घर ले गए लेकिन घर पर पैसे नहीं थे। इसके बाद उस व्यक्ति ने अपने बड़े भाई को फोन किया लेकिन उसके पास भी पैसे नहीं थे। किसी तरह 700 रुपये का इंतजाम करके पुलिस वालों को दिए गए, लेकिन तब तक सांप के काटने वाले व्यक्ति को इलाज करवाने में काफी समय लग गया था।

*****