एनएचआरसी ने त्रिची में बिजली लाइनों की मरम्मत करते समय तमिलनाडु उत्पादन और वितरण निगम के दो कर्मचारियों की बिजली का करंट लगने से हुई मौत पर स्वत: संज्ञान लिया



प्रेस विज्ञप्ति

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग

नई दिल्ली: 23 दिसम्बर, 2024

एनएचआरसी ने त्रिची में बिजली लाइनों की मरम्मत करते समय तमिलनाडु उत्पादन और वितरण निगम के दो कर्मचारियों की बिजली का करंट लगने से हुई मौत पर स्वत: संज्ञान लिया

कर्मचारियों ने बताया कि हाईटेंशन लाइन पर बिना सुरक्षा उपकरणों के और बिजली आपूर्ति पूरी तरह से बंद किए बिना काम किया जा रहा है

तमिलनाडु के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को दो सप्ताह के भीतर मामले में विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुुत करने के लिए नोटिस जारी किया

रिपोर्ट में मामले में एफआईआर की स्थिति और दोनों पीड़ितों के परिजनों को दिए जाने वाले मुआवजे, यदि कोई हो, को शामिल करना अपेक्षित है

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत ने एक मीडिया रिपोर्ट पर स्वत: संज्ञान लिया है कि 18 दिसम्बर, 2024 को तमिलनाडु के त्रिची के केके नगर में ओलैयुर रिंग रोड के पास एक हाई-टेंशन ओवरहेड बिजली लाइन की मरम्मत करते समय तमिलनाडु उत्पा दन और वितरण निगम (टैंगेडको) के साथ अनुबंध मजदूर के रूप में कार्य करने वाले दो व्यक्तियों की बिजली का कंरट लगने से मौत हो गई।

आयोग ने पाया है कि मीडिया रिपोर्ट की सामग्री, यदि सही है, तो यह बिजली विभाग की ओर से घोर लापरवाही को दर्शाती है जिसके परिणामस्वरूप दो मजदूरों की मौत हो गई। आयोग ने यह भी कहा है कि राज्य में ऐसी घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। यह गंभीर मानव अधिकार उल्लंघन का मामला है और आयोग के लिए यह चिंता का विषय है।

तदनुसार, आयोग ने तमिलनाडु के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट में मामले में दर्ज एफआईआर की स्थिति और दोनों पीड़ितों के परिजनों को प्रदान किया गया मुआवजा, यदि कोई हो, शामिल करना अपेक्षित है। आयोग यह भी जानना चाहेगा कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार और टैंगेडको द्वारा क्या कदम उठाए गए / उठाए जाने प्रस्तावित हैं।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शुरुआती जांच के मुताबिक, मरम्मत कार्य के दौरान केबल की बिजली आपूर्ति पूरी तरह से बंद नहीं की गई थी। कर्मचारी बिना किसी सुरक्षा उपकरणों के काम पर थे। इसी तरह की एक घटना में, पिछले साल तमिलनाडु के थूथुकुडी जिले में एक ट्रांसफार्मर की मरम्मत करते समय एक कर्मचारी की बिजली का कंरट लगने से मौत हो गई थी। पिछले महीने, चक्रवात फेंगल के दौरान एक प्रवासी श्रमिक की कथित तौर पर बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई थी और उसका शव मुथियालपेट में एक एटीएम के पास पाया गया था।

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