एनएचआरसी, भारत का ऑनलाइन अल्पकालिक इंटर्नशिप कार्यक्रम सितंबर 2025 संपन्न
प्रेस विज्ञप्ति
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग
नई दिल्ली: 4 अक्टूबर, 2025
एनएचआरसी, भारत का ऑनलाइन अल्पकालिक इंटर्नशिप कार्यक्रम सितंबर 2025 संपन्न
21 राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों के 74 विश्वविद्यालय स्तर के छात्रों ने इसे सफलतापूर्वक पूरा किया
एनएचआरसी, भारत की सदस्या, श्रीमती विजया भारती सयानी ने अपने समापन भाषण में युवाओं से सतर्क रहने, अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने और अधिक समावेशी एवं समतामूलक समाज के निर्माण में योगदान देने का आग्रह किया।
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत ने 2025-2026 के अपने तीसरे ऑनलाइन अल्पकालिक इंटर्नशिप कार्यक्रम (ओएसटीआई) का समापन किया, जिसे 21 राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों के 74 विश्वविद्यालय स्तर के छात्रों ने सफलतापूर्वक पूरा किया। ओएसटीआई का उद्घाटन महासचिव श्री भरत लाल ने 22 अगस्त, 2025 को किया था।
मुख्य अतिथि के रूप में समापन सत्र को संबोधित करते हुए, राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग की सदस्या श्रीमती विजया भारती सयानी ने प्रशिक्षुओं को दो सप्ताह की इंटर्नशिप सफलतापूर्वक पूरी करने के लिए बधाई दी और उनके समर्पण की सराहना की। न्याय और समानता के संरक्षक के रूप में एनएचआरसी की भूमिका पर ज़ोर देते हुए, उन्होंने महिला अधिकार, बाल संरक्षण, मानसिक स्वास्थ्य, हिरासत में न्याय और हाशिए पर पड़े समुदायों के सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों में आयोग के कार्यों पर प्रकाश डाला।
मनोविज्ञान, फोरेंसिक विज्ञान, व्यवसाय और मानव अधिकार जैसे क्षेत्रों के विशेषज्ञों के प्रभावशाली सत्रों की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए, श्रीमती विजया भारती सयानी ने इंटर्नशिप कार्यक्रम के दौरान प्रदान की गई शिक्षा की व्यापकता की प्रशंसा की। प्रेरक उदाहरणों का हवाला देते हुए, उन्होंने प्रशिक्षुओं से मानवीय गरिमा के सक्रिय संरक्षक बनने, अपने ज्ञान का उपयोग सामाजिक कल्याण के लिए करने और व्यक्तिगत और व्यावसायिक दोनों क्षेत्रों में संवैधानिक सिद्धांतों को बनाए रखने का आग्रह किया। उन्होंने युवाओं से सतर्क रहने, अन्याय के विरुद्ध आवाज़ उठाने और अधिक समावेशी एवं समतामूलक समाज के निर्माण में मदद करने का आह्वान किया।
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग की संयुक्त सचिव श्रीमती सैडिगपुई छकछुआक ने इंटर्नशिप रिपोर्ट प्रस्तुत की। मानव अधिकार आयोग के सदस्यों, वरिष्ठ अधिकारियों, विशेषज्ञों और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों द्वारा मानवाधिकारों के विभिन्न पहलुओं पर आयोजित सत्रों के अलावा, प्रशिक्षुओं को दिल्ली स्थित तिहाड़ जेल, पुलिस स्टेशन और आशा किरण आश्रय गृह का वर्चुअल भ्रमण भी कराया गया। उन्हें विभिन्न सरकारी संस्थाओं की कार्यप्रणाली, मानवाधिकारों की रक्षा के तंत्र, जमीनी हकीकत और समाज के कमजोर वर्गों के अधिकारों की रक्षा के लिए आवश्यक कदमों की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में पुस्तक समीक्षा, ग्रुप रिर्सच प्रोजेक्ट प्रजन्टेशन और भाषण प्रतियोगिता के विजेताओं की भी घोषणा की गई।
इस अवसर पर राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के संयुक्त सचिव श्री समीर कुमार और राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के निदेशक लेफ्टिनेंट कर्नल वीरेंद्र सिंह भी उपस्थित थे।
ओएसटीआई विभिन्न शैक्षणिक क्षेत्रों के छात्रों को प्रमुख मानव अधिकार मुद्दों को समझने और उनका समाधान करने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करता है। व्यावहारिक शिक्षण और संवादात्मक चर्चाओं के माध्यम से, प्रतिभागी अंतर्राष्ट्रीय कानून, भारत में मानवाधिकारों से जुड़ी चिंताओं और व्यावहारिक सर्मथन के तरीकों का पता लगाते हैं।
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